28 मार्च 2025 - 20:58
पीड़ित और मज़लूमों की रक्षा इस्लामी इंक़ेलाब का अहम् मक़सद 

ब्रिटेन में लंबे समय से चल रहे विरोध प्रदर्शनों की अनदेखी करने और ईरान में छोटी-छोटी घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने के लिए पश्चिमी मीडिया की आलोचना करते हुए कहा कि ब्रिटेन में लोग विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं, लेकिन पश्चिमी मीडिया इसे कवर करने से इनकार कर रहा है।

ईरान भर में क़ुद्स दिवस पर जनता ने भारी संख्या में क़ुद्स रैलियों में भाग लिया।  ऐसी ही एक रैली को संबोधित करते हुए  रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर के समन्वयक जनरल मोहम्मद रजा नकदी ने कहा कि इस्लामी क्रांति का मिशन दुनिया भर में उत्पीड़ितों की रक्षा करना है, लेकिन वैश्विक अहंकार अपने मीडिया साम्राज्य के माध्यम से इस वास्तविकता को दबाना चाहता है।

उन्होंने ब्रिटेन में लंबे समय से चल रहे विरोध प्रदर्शनों की अनदेखी करने और ईरान में छोटी-छोटी घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने के लिए पश्चिमी मीडिया की आलोचना करते हुए कहा कि ब्रिटेन में लोग विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं, लेकिन पश्चिमी मीडिया इसे कवर करने से इनकार कर रहा है।

जनरल नकदी ने अमेरिकी सैन्य अभियानों की निंदा की और कहा कि अमेरिका निर्दोष नागरिकों पर बम गिराता है जबकि दुनिया इन अपराधों के सामने चुप रहती है। हम उत्पीड़ितों के लिए क्यों नहीं खड़े होंगे?

ग़ज़्ज़ा में फिलिस्तीनियों की पीड़ा का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, "ग़ज़्ज़ा के नागरिकों के घर नष्ट कर दिए गए हैं, फिर भी वे बड़ी गरिमा के साथ खड़े हैं। हमें उनके साथ क्यों नहीं खड़ा होना चाहिए?"

जनरल नक़दी ने ज़ोर देते हुए कहा कि दुनिया जागरुक हो रही है और ज़ायोनी शासन के उत्पीड़न के कारण वैश्विक जागरूकता बढ़ी है। क्योंकि कोई भी इंसान फिलिस्तीन और ग़ज़्ज़ा के लोगों पर अतिक्रमणकारी ज़ायोनी सरकार के क्रूर हमलों के प्रति उदासीन नहीं रह सकता। हमारे युवा प्रतिरोधी मोर्चे में शामिल होने के लिए उत्सुक हैं।

उन्होंने कहा कि हम 46 वर्षों से 'अमेरिका मुर्दाबाद' और 'इस्राईल मुर्दाबाद' का नारा लगाते आ रहे हैं। अब समय आ गया है कि जागरूक राष्ट्र इस फ़ित्ने को समाप्त करने के लिए तैयारी करें।

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