2 मई 2024 - 07:37
बाइडन ने भारत को सुनाई खरी खरी, 'जेनोफोबिक' देश बताया

बाइडन ने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था के बढ़ने का एक कारण आप जैसे अनेक लोग हैं। हम अप्रवासियों का स्वागत करते हैं, लेकिन कई देश प्रवासियों को बोझ समझते हैं। आज भारत क्यों नहीं बढ़ रहा है, क्योंकि वे जेनोफोबिक हैं।

रूस और चीन के खिलाफ अपने आलोचनात्मक रवैये के लिए पहचाने जाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस बार बार रूस और चीन के साथ साथ भारत के खिलाफ भी जमकर ज़हर उगला है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने चीन, रूस के साथ भारत के खिलाफ भी गलत बयानबाजी की है, जिस पर वह अब घिरते हुए नजर आ रहे हैं। बाइडन ने कहा कि चीन, जापान और भारत में जेनोफोबिया की वजह से ही विकास धीमा है। बाइडन ने भारत, चीन, रूस और जापान को जेनोफोबिक देश कहा है। जेनोफोबिक उनको कहा जाता है, जो बाहरी लोगों से नफरत करते हैं।

बाइडन एशियाई और दूसरे गैर अमेरिकी मूल के लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अप्रवासियों का मुद्दा उठाया। बाइडन ने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था के बढ़ने का एक कारण आप जैसे अनेक लोग हैं। हम अप्रवासियों का स्वागत करते हैं, लेकिन कई देश प्रवासियों को बोझ समझते हैं। आज भारत क्यों नहीं बढ़ रहा है, क्योंकि वे जेनोफोबिक हैं। बता दें कि बाइडन इस से पहले भी भारतीय प्रधानमंत्री मोदी के सामने मानवाधिकार और प्रेस की आज़ादी जैसे कई मुद्दे उठाने की बात कर चुके हैं।