ईरान और संयुक्त राज्य अमेरिका कैदियों की अदला-बदली और दक्षिण कोरिया में ईरान की ज़ब्त हुई संपत्ति को रिलीज़ करने पर सहमत हो गए हैं। इस संबंध में ईरानी विदेश मंत्रालय ने एक बयान भी जारी किया है।
संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा दक्षिण कोरिया में कई वर्षों से अवैध रूप से ज़ब्त की गयी अरबों डॉलर की ईरानी संपत्ति को मुक्त करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने अमेरिकी वादों को पूरा करने के लिए आवश्यक गारंटी प्राप्त कर ली है।
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि ज़ब्त हुई ईरानी संपत्तियों को खातों में स्थानांतरित किया जा रहा है। कतर के खाते में यह धनराशि स्थानांतरित होने के बाद अमेरिकी कैदियों की रिहाई होगी और संयुक्त राज्य अमेरिका में कैद ईरानी नागरिकों को भी रिहा किया जाएगा।
जानकार सूत्रों ने कहा कि दक्षिण कोरिया में ज़ब्त हुई संपत्तियों के बदले में ईरान को वे सामान भी उपलब्ध कराए जाएंगे जो प्रतिबंध सूची में नहीं हैं। इस समझौते पर पिछले साल अमल होना था, लेकिन ईरान में सम्राज्यवाद प्रायोजित हंगामों और अमेरिका के वादों से मुकरने के कारण इसमें देरी हुई।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र में ईरानी प्रतिनिधि ने दोहरी नागरिकता वाले कैदियों की रिहाई की पुष्टि की है और कहा है कि यह रिहाई किसी तीसरे देश की मध्यस्थता के कारण की गई है, जिसके अनुसार दोनों पक्ष 5 कैदियों को रिहा करेंगे।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस संबंध में खबर दी है कि वाशिंगटन और तेहरान तेल की कीमत के रूप में दक्षिण कोरिया में जमा अपनी संपत्ति की वसूली के बदले कैदियों की अदला-बदली करने के समझौते पर पहुंचे हैं।
इस अखबार के मुताबिक, दोनों देशों के बीच हुए समझौते के मुताबिक ईरान की 6 अरब डॉलर की ज़ब्त हुई संपत्ति वापस मिल जाएगी।