रविवार को टाइम्स ऑफ इंडिया अख़बार में कांग्रेस ने एक फ़ुल पेज विज्ञापन प्रकाशित किया था, जिसमें महात्मा गांधी से लेकर नरसिम्हा राव तक सभी दिग्गज नेताओं की तस्वीर थी, लेकिन मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की तस्वीर नहीं थी।
सोशल मीडिया मौलाना आज़ाद की तस्वीर को लेकर सवाल उठने लगे और इतिहासकार इरफ़ान हबीब ने इस विज्ञापन को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखाः अफ़सोस की बात है कि मैं यहां मौलाना आज़ाद को नहीं देख पा रहा हूं। मुझे लगता है कि वे एक महत्वपूर्ण कांग्रेसी थे जो इन दिग्गजों के बीच जगह पाने के हक़दार हैं।
इसके अलावा भी कई अन्य लोगों ने मौलाना आज़ाद की तस्वीर को लेकर सवाल पूछा और इस पर हैरत जताई।
इस मामले में कांग्रेस ने अपनी ग़लती मानते हुए माफ़ी मांगी है। कांग्रेस के कम्युनिकेशन इंचार्ज और महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट में लिखाः यह एक बड़ी ग़लती हुई है। इसकी ज़िम्मेदारी तय की जा रही है और इसे लेकर ज़िम्मेदारी तय की जाएगी। हम बहुत ईमानदारी से इसके लिए माफ़ी मांगते हैं। वे हमेशा हमारे और भारत के लिए एक प्रतिष्ठित और प्रेरक व्यक्ति बने रहेंगे।
हालांकि रायपुर में हो रहे अधिवेशन के मंच पर मौलाना आजाद की तस्वीर पार्टी ने लगाई हुई है। msm
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