22 फ़रवरी 2023 - 11:22
इमाम हुसैन अस के रौज़े ने ज़लज़ला पीड़ितों के लिए इमदाद भेजी

इमाम हुसैन अस के रौज़े से ज़लज़ला पीड़ितों की मदद का काम ज़ोरो शोर से जारी है। आस्ताना ऐ हुसैनी ने भूकंप पीड़ितों के लिए राहत सहायता की एक बड़ी खेप भेजने की खबर देते हुए कहा कि कर्बला और रौज़ा ए हुसैनी के अस्पतालों में घायलों का मुफ्त इलाज भी तरह ज़ोरो शोर से जारी है।

सीरिया और तुर्की में आए विनाशकारी ज़लज़ले के बाद शहर के शहर तबाह हो गए और हर ओर तबाही का मंज़र है।  तबाही के इस आलम में भी साम्राज्यवादी धड़े की आमनवीय हरकतों और पाबंदियों की मार झेल रहे सीरिया के हालात बेहद गंभीर हैं।  कई शहर तो पूरी तरह तबाह हो गए हैं ऐसा ही एक शहर है जंदीरस।

मीडिया ने सीरिया के उत्तर-पश्चिम में स्थित "जंदीरस" शहर में ज़लज़ले के क़हर के बाद पूरी तरह खराब होने बच गयी इमारतों के नष्ट करने की खबर देते हुए इसे आपदाग्रस्त शहर में बदलने की जानकारी दी है।

अभी 6 फरवरी को आए ज़लज़ले के तेज़ झटकों के सदमे से जूझ रहे तुर्की और सीरिया में कल भी ज़लज़ले के तेज़ झटके महसूस किये गए। कल आए ज़लज़ले के झटके लगभग एक मिनट तक महसूस किये गए और इस बार जनता के बीच पहले ज़लज़ले के मुक़ाबले कहीं ज़्यादा दहशत फैली हुई है।

इन सब के बीच अमेरिका और उसके घटक देशों की ओर से सीरिया के खिलाफ घिनौनी साज़िशों का दौर जारी है।  जहाँ तुर्की में मदद के लिए 80 से अधिक देश सामने आ गए वहीँ सीरिया के खिलाफ अमेरिकी गठबंधन की पाबंदियों के कारण यह तादाद बेहद कम है।

ऐसे मुश्किल वक़्त में इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के रौज़े से ज़लज़ला पीड़ितों के लिए बड़ी खबर आई है। इमाम हुसैन अस के रौज़े से ज़लज़ला पीड़ितों की मदद का काम ज़ोरो शोर से जारी है।  आस्ताना ऐ हुसैनी ने भूकंप पीड़ितों के लिए राहत सहायता की एक बड़ी खेप भेजने की खबर देते हुए कहा कि कर्बला और रौज़ा ए हुसैनी के अस्पतालों में घायलों का मुफ्त इलाज भी तरह ज़ोरो शोर से जारी है।

इमाम हुसैन अस के रौज़े की ओर से कहा गया है कि ज़लज़ले से बुरी तरह प्रभावित सीरिया के लाज़क़्या में आम लोगों की मदद के लिए रौज़े की तरफ से सैंकड़ों ट्रक्स और दूसरी गाड़ियों में खाने पीने का सामान, दवाएं और दूसरी ज़रूरत की अहम् चीज़ें भेज दी गयी हैं।  हम जल्दी है दूसरी इमदादी खेप भी भेजेंगे।

इमाम हुसैन के रौज़े की मैनेजमेंट कमेटी के सेक्रेटरी ने कहा कि हमने ज़लज़ले से प्रभावित इलाक़ों में फील्ड अस्पताल भी लगा दिए हैं और दमिश्क़ सरकार के साथ लगातार राब्ते में हैं ताकि कर्बला से ज़लज़ला पीड़ितों को भेजी जाने वाली मदद में कोई अड़चन न हो।