जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने और भारतीय प्रधान मंत्री मोदी के नज़दीकी माने जाने वाले पूर्व कांग्रेस नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने इस घटना की जांच की मांग की है।
शनिवार को महबूबा मुफ़्ती ने इस घटना की आलोचना करते हुए ट्वीट किया कि 50 आरआर के जवानों के पुलवामा की एक मस्जिद में घुसकर मुसलमानों को जय श्री राम का नारा लगाने के लिए मजबूर करने की ख़बर सुनकर स्तब्ध हूं। ऐसा तब हुआ जब अमित शाह कश्मीर में हैं और कश्मीरियों को उकसाने की कोशिश की जा रही है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़, दक्षिण कश्मीर के पुलवामा ज़िले के जदूरा गांव के लोगों का कहना है कि भारतीय सेना के जवान, एक स्थानीय मस्जिद में घुस गए और शनिवार को सुबह की नमाज़ के दौरान उन्होंने नमाज़ियों को जय श्री राम का नारा लगाने के लिए मजबूर किया।
मामले पर अभी तक भारतीय सेना की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी के नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने भी पुलवामा की एक मस्जिद में हुई इस घटना की जांच की मांग की है, हालांकि वह मोदी सरकार के कार्यों की प्रशंसा के लिए जाने जाते हैं। msm
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