प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, बिपजॉय चक्रवात की वजह से चलने वाली तेज़ हवा और भारी बारिश कारण भारी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। कई इलाक़ों में बिजली गुल हो गई है। गुजरात के भावनगर में नाले में फंसी बकरियों को बचाते समय एक व्यक्ति और उसके बेटे की मौत हो गई। तूफानी हवाओं से सैकड़ों पेड़ सड़क पर गिर गए हैं। 1 लाख से ज़्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। रात में बिपरजॉय ने कितना नुक़सान किया, उसके निशान अब दिन में देखे जा रहे हैं। गुजरात तट के पास पहुंचने के दौरान चक्रवात 13 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से आगे बढ़ा। इस दौरान हवा की स्पीड 115-125 किलोमीटर प्रति घंटे से 140 किलोमीटर प्रति घंटे थी।
इस बीच पाकिस्तान की जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने कहा है कि बिपरजोय तूफ़ान गुजरात के तट से टकरा चुका है। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार था लेकिन हम इसके प्रकोप से बच गए। सिंध के तटीय इलाक़े जैसे सुजावल में तेज़ लहरें उठ रही हैं। समंदर का स्तर बढ़ा हुआ है, लेकिन लोगों को पहले ही सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा चुका है।" (RZ)
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