अमरीका ने चरमपंथी ज़ायोनियों के इस रवैए की निंदा की है। अमरीकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यु मिलर ने ट्वीट किया कि अमरीका नस्लवादी भाषा को कड़ाई से नकारता है।
प्रवक्ता ने ट्वीट में लिखा कि हम बैतुल मुक़द्दस में अरब मुर्दाबाद जैसे नफ़रती नारों की निंदा करते हैं।
इस्राईली प्रशासन ने 3200 सैनिकों को तैनात करके इस फ़्लैग मार्च के लिए सुरक्षा का बंदोबस्त किया था और जुलूस में शामिल चरमपंथी यहूदी बेहद आपत्तिजनक नारे लगाते हुए चल रहे थे।
इस जुलूस में चरमपंथी मंत्री ईतमार बिन ग़फ़ीर सहिज हज़ारों चरमपंथियों ने भाग लिया। इनमें कई मंत्री और सांसद भी थे।
जुलूस में शामिल लोग नारे लगा रहे थे कि फ़िलिस्तीनियों की बस्तियों को आग लगा दो।
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