अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना की रिपोर्ट के अनुसार हशदुश शअबी की 10 वीं ब्रिगेड के कमांडर और शहीदे मुदाफ़े ए हरम अबु ताहा की छठी साल गिरह पर होने वाले एक प्रोग्राम को संबोधित कर रहे इराक के अल फतह मूवमेंट के प्रमुख हादी अल आमेरी ने कहा कि अगर इराक के स्वंयसेवी संगठन न होते और सबसे बढ़कर आयतुल्लाह सीस्तानी का जिहाद का फतवा न होता तो आज इराक नाम के किसी देश का कोई वुजूद न होता।
हश्दुश शअबी की उप प्रमुख और अल फतह मूवमेंट के प्रमुख हादी अल आमेरी ने कहा कि शहीद अबु ताहा नासेरी एक बहादुर और निडर योद्धा थे उन्होंने इराक पर सद्दाम जैसे ज़ालिम और अत्याचारी शासक के समय में भी घुटने नहीं टेके और संघर्ष जारी रखा।
उन्होंने इराक के स्वंसेवी बलों की तारीफ करते हुए कहा कि आयतुल्लाह सीस्तानी के फतवे से पहले भी इराकी जवानों और दलों ने मिलकर वहाबी आतंकी संगठन ISIS का मुक़ाबला किया और बगदाद को आतंकियों के क़ब्ज़े में जाने से बचाया।
हादी अल आमेरी ने कहा कि अगर आयतुल्लाह सीस्तानी का जिहाद का फतवा न होता और इराक के स्वंयसेवी दल न होते तो आज इराक नाम का कोई देश न होता।
फिलिस्तीन संकट पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमे ज़ायोनी आतंकियों का सामना करने के लिए प्रतिरोध की हिफ़ाज़त और उसका सम्मान करना होगा। ज़ायोनी आतंकियों का मुक़ाबला करने के लिए हमे प्रतिरोध के सेंटर को बचाए रखना होगा।