प्रियंका गांधी, हरियाणा से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू समेत कुल 11 लोगों के खिलाफ़ पुलिस ने धारा 151, 107, 116 के तहत केस दर्ज कर लिया है।

प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ़ मुकदमा दर्ज किए जाने पर कांग्रेस पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदम्बरम ने मुखर विरोध करते हुए कहा कि यह पूरी तरह ग़ैरक़ानूनी और बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को सर्योदय से पहले साढ़े चार बजे एक पुरुष पुलिस अधिकारी द्वारा गिरफ्तार किया गया। इसके बाद उन्हें अभी तक किसी ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने नहीं पेश किया गया। उन्होंने कहा कि यह क़ानून के खिलाफ़ है।
इसी बीच, मंगलवार की सुबह प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी के नाम एक वीडियो जारी किया है। इसमें उन्होंने मोबाइल पर लखीमपुर हिंसा से पहले किसानों को जीप से रौंदे जाने का एक कथित वीडियो दिखाते हुए पीएम से पूछा कि क्या आपने यह वीडियो देखा है? उन्होंने इस मामले में अब तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी और उनके बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी न होने पर सवाल उठाया था।
ग़ैरतलब है कि आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या का केस दर्ज है।
वहीं हिंसा में मारे गए एक एक किसान गुरविंदर के परिजनों समेत चारों किसानों के परिजनों ने मृतकों का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। परिजनों ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। परिजनों का आरोप है कि गुरविंदर को गोली से मौत हुई है। जबकि रिपोर्ट में गोली से मौत की बात नहीं बताई गई है।
मृतक किसान के परिजन दूसरे राज्य में दोबारा पोस्टमॉर्टम की मांग कर रहे हैं। वे लखीमपुर में हुए पोस्टमॉर्टम से संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि किसान की गोली से मौत हुई है, जबकि रिपोर्ट में दम घुटने से मौत वजह बताई जा रही है।