27 मार्च 2020 - 12:43
सऊदी अरब ने कोरोना मामलों को छिपाकर दूसरे मुस्लिम देशों को भी जोखिम में डाला, तुर्की

तुर्की के गृह मंत्री सुलेमान सोइलू का कहना है कि तुर्की में कोरोना वायरस का पहला मामला उस समय सामने आया था, जब सऊदी अरब से वापस लौटकर आने वाले तीर्थयात्रियों का टेस्ट किया गया था।

तुर्की की सरकारी न्यूज़ एजेंसी अनादोलू की रिपोर्ट के मुताबिक़, सोइलू ने कहाः सऊदी अरब ने हमें या दुनिया को किसी भी मामले की कोई जानकारी नहीं दी थी।

उन्होंने कहाः जो लोग उमराह करके सऊदी अरब से अपने घर वापस लौटे, जब उनमें से एक तीर्थयात्री का कोरोना वायरस का टेस्ट पॉज़िटिव निकला, तो स्वास्थ्य मंत्रालय ने ज़रूरी क़दम उठाने शुरू किए।

तुर्की ने देश में कोरोना वायरस फैलने से रोकने के लिए सख़्त क़दम उठाते हुए सऊदी अरब से वापस लौटने वाले 10,000 तीर्थयात्रियों को कोरंटीन कर दिया था।

हालांकि ख़ुद तुर्की पर भी देश में कोरोना वायरस के मामलों को छिपाने के आरोप लग चुके हैं, इसलिए कि तुर्की की अर्थव्यवस्था काफ़ी हद तक पर्यटन पर टिकी हुई है।

सऊदी अरब ने गुरुवार को ही इस्लाम के सबसे पवित्र स्थलों मक्का और मदीना को गुरुवार को लॉकडाउन किया है।

सऊदी सरकार ने देश में केवल 1,102 कोरोना से संक्रमित मामलों और 3 लोगों की मौत का एलान किया है।

तुर्की में अब तक 3,629 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और गुरुवार को एक दिन में 16 लोगों की मौत के साथ मरने वालों की संख्या 75 हो गई है। msm