15 मार्च 2020 - 18:09
मरने के लिए जल्दबाज़ी कैसी, आपको मरना तो है ही, चेचेन नेता का कोरोना पर उपदेश, बताया क्या करें

विश्व में कोरोनो वायरस की महामारी को लेकर फैल रहे हिस्टीरिया पर चेचेन नेता रमज़ान क़ादिरोव ने अपने देशवासियों से शांत रहने, पारंपरिक चिकित्सा से दूर न होने और जो चीज़ नियंत्रण के बाहर है, उसकी परवाह नहीं करने का आग्रह किया है- क्योंकि मौत सभी को आनी है।

रूस के चेचेन गणराज्य के नेता क़ादिरोव ने आज के ज्वलनशील मुद्दे कोरोनो वायरस महामारी पर बहस में कूदते हुए ख़ुद भी कुछ उपदेश दे डाले।

यह तर्क देते हुए कि इस बीमारी का ख़ौफ़ कि जिसके लक्षण फ्लू जैसे हैं कुछ ज़्यादा ही पैदा किया जा रहा है, क़ादिरोव ने जनता से अपने विवेक से काम लेने और इस समस्या के बारे में अधिक विचार नहीं करने का आह्वान किया है।

शनिवार को एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहाः "चीन में पैदा होने वाली बीमारी के कारण लोगों की रातों की नींद उड़ गई है, वे डर रहे हैं कि यह कहीं उन तक नहीं पहुंच जाए और उनकी मौत हो जाए। आप जल्दबाज़ी नहीं कीजिए, क्योंकि वैसे भी मरना ही है, लेकिन अपने समय से पहले मरने की कोशिश मत कीजिए।”

क़ादिरोव का कहना था कि बहुत सी दसरी बीमारियों की तरह जो लोग स्वस्थ होंगे, वे इसका भी मुक़ाबला कर लेंगे, जो मज़बूत नहीं होंगे वे नहीं कर पायेंगे।

इसी के साथ उन्होंने सभी को अपने स्वास्थ्य का ख़याल रखने की सलाह देते हुए पारंपरिक तरीक़ों का उपयोग करके अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत बनाए रखने पर बल दिया।

"पानी में शहद और नींबू मिलाएं और उसे पीएं, फिर वायरस आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। आप लहसुन भी खाते रहिए।”

ग़ौरतलब है कि 13 लाख की आबादी वाले चेचन्या में अभी तक कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया है, हालांकि रूस में 59 लोग संक्रमित हो चुके हैं, उनमें से अधिकांश यानी 25 राजधानी मास्को में हैं।