29 मई 2014 - 14:28
इराक़ में वहाबी आतंकवादियो का क़हर, 60 मारे गए।

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक़, इराक़ में पिछले साल लगभग 9,000 लोग मारे गए। इराक़ी सरकार का कहना है कि सऊदी अरब देश को अस्थिर करने के लिए आतंकवादी गुटों को हर तरह की मदद उपलब्ध करा है।

इराक़ में कार बम धमाकों और दूसरे आतंकवादी हमलों में कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई है।
बुधवार को उत्तरी शहर मूसल में दो कार बम धमाके हुए जिसके कारण कम से कम दो दर्जन लोग मारे गए, मारे जाने वालों में फ़ौजी और मेडिकल अफ़सर शामिल हैं। उत्तरी इराक़ में स्थित तूज़ ख़ुरमातू शहर में हुए कई बम धमाकों में एक ही परिवार के चार लोगों समेत पांच लोगों की मौत हो गई।
एक और घातक हमला बग़दाद के उपनगरीय शिया बहुल इलाक़े ख़ादिमिया में हुआ जहां कम से कम 16 लोगों की मौत और 50 से ज़्यादा घायल हो गए। देश भर में इसी तरह की आतंकवादी कार्यवाहियों में अनेक लोग हताहत एवं घायल हो गए।
30 अप्रैल के चुनाव के बाद इराक़ में दिल दहला देने वाली हिंसा की यह सबसे बड़ी घटना है। देश में गठबंधन सरकार के गठन की कोशिशों के बीच यह आंतकवादी हमले हुए हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इराक़ में अप्रैल के महीने में 1,000 लोग कि जिनमें एक बड़ी संख्या आम नागरिकों और फ़ौजियों की है, मारे गए और लगभग 14,00 घायल हो गए।
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक़, इराक़ में पिछले साल लगभग 9,000 लोग मारे गए। इराक़ी सरकार का कहना है कि सऊदी अरब देश को अस्थिर करने के लिए आतंकवादी गुटों को हर तरह की मदद उपलब्ध करा है।

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