:حضرت علی علیه السلام
عِندَ حُضُورِ الشَّهَواتِ واللَّذاتِ يَتَبَيَّنُ وَرَعُ الأتقياءِ؛
[عيون الحكم والمواعظ، ح 5749]
अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली अ.स.
ख्वाहिशे नफ़स और लज्जतों के सामने आने के बाद परहेज़गारों की पारसाई और पाकीज़गी ज़ाहिर होती है।
..........सामने आने के बाद परहेज़गारों की पारसाई और पाकीज़गी ज़ाहिर होती है।
अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली अ.स.
ख्वाहिशे नफ़स और लज्जतों के सामने आने के बाद परहेज़गारों की पारसाई और पाकीज़गी ज़ाहिर होती है।
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