ज़ायोनी अखबार येदिऊत अहरोनोत ने रिपोर्ट देते हुए लिखा है कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने अपने एक बयान में ज़ायोनी शासन को अमेरिका द्वारा समर्थित एक "आतंकवादी परियोजना" करार दिया और इस शासन को मान्यता न देने के अपने देश के दीर्घकालिक रुख पर जोर दिया।
उन्होंने इस्राईल को पश्चिमी एशिया में अपने हितों को आगे बढ़ाने के लिए वाशिंगटन के एक उपकरण के रूप में जिक्र करते हुए इसे अवैध देश बताया है।
उत्तर कोरिया ने 1948 में ज़ायोनी शासन की स्थापना के बाद से ही हमेशा फिलिस्तीनी मुद्दे का समर्थन किया है और फिलिस्तीनियों के खिलाफ ज़ायोनी शासन की सैन्य कार्रवाइयों की निंदा की है।
ज़ायोनी अखबार येदिऊत अहरोनोत ने तल अवीव के खिलाफ किम के बयान को विदेश नीति में प्योंगयांग के विरोधी-साम्राज्यवादी दृष्टिकोण के रूप में मूल्यांकित किया और लिखा कि ये रुख पश्चिमी एशिया क्षेत्र में अमेरिकी प्रभाव का विरोध करने और दुनिया में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए उत्तर कोरिया की नीति का हिस्सा हैं।
20 दिसंबर 2025 - 15:09
समाचार कोड: 1763965
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने कहा है कि इस्राईल अमेरिका द्वारा समर्थित एक "आतंकवादी परियोजना" है।
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