मैरिटाइम एक्जीक्यूटिव वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार ईरान ने शाहिद-136 के माध्यम से बड़ी संख्या में और कम लागत वाले आत्मघाती ड्रोन को को सफलता के शिखर पर पहुंचा दिया है जिसके आश्चर्यजनक परिणाम सामने आए हैं। अपनी युद्ध क्षमता सिद्ध कर चुके इस ड्रोन को बड़े पैमाने पर तैयार करना आसान है, इसलिए अमेरिकी नौसेना और मरीन कॉर्प ने नए सिरे से शोध एवं विकास के बजाय इस प्रसिद्ध ईरानी डिजाइन वाले ड्रोन के अमेरिकी संस्करण का परीक्षण शुरू कर दिया है।
इंडिपेंडेंस क्लास के लिटोरल युद्धपोत यूएसएस सांता बारबरा (LCS-32) ने अपने हेलीपैड से शाहिद-136 की शैली के लुकास (LUCAS) नामक ड्रोन को लॉन्च किया। इस उपकरण को ड्रोन के एक विशेष स्क्वाड्रन टास्क फोर्स स्कॉर्पियन स्ट्राइक द्वारा तैयार करके भेजा गया, जिसे सेंट्रल कमान में नए मानवरहित प्रणाली शुरू करने की जिम्मेदारी दी गई है।
असली शाहिद ड्रोन की तरह, लुकास को भी विभिन्न प्लेटफार्मों से कई तरीकों से लॉन्च किया जा सकता है। यह यूएसएस सांता बारबरा पर उपयोग किए गए रॉकेट की सहायता से टेक ऑफ कर सकता है, या इसे वाहन पर स्थापित कैटापल्ट से भी लॉन्च किया जा सकता है। हवा में पहुँचने के बाद यह निगरानी और एकतरफा हमला सहित विभिन्न कार्य कर सकता है। भविष्य में इसमें हथियारों की स्थापना और लक्ष्य की स्वचालित पहचान पर काम जारी है, हालांकि फिलहाल प्रयोग के लिए इसमें मौजूद विस्फोटक सामग्री निष्क्रिय रखी गई है।
पेंटागन के लिए शाहिद ड्रोन की आकर्षण इसकी सादगी और निर्माण में आसानी है, यह वही विशेषताएं हैं जिन्होंने रूसी ऑपरेटरों को भी इसका प्रशंसक बना रखा है। पेंटागन के एक वरिष्ठ अधिकारी कर्नल निकोलस ला ने इस महीने की शुरुआत में एक बयान में कहा, "हम इसे ऐसी कीमत पर चाहते हैं जहाँ हम तेजी से बड़ी संख्या में इस ड्रोन का उत्पादन कर सकें। यह केवल एक निर्माता के लिए नहीं है बल्कि इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसे कई निर्माता बड़े पैमाने पर तैयार कर सकें।"
लुकास उपकरण को अमेरिकी ड्रोन कंपनी स्पेक्टर वर्क्स ने तैयार किया है, जो कि मूल ईरानी डिजाइन की रिवर्स इंजीनियरिंग और छोटे पैमाने पर तैयार की गई कॉपी है।
20 दिसंबर 2025 - 13:14
समाचार कोड: 1763904
अमेरिकी नौसेना ने ईरानी ड्रोन शाहिद-136 की रिवर्स इंजीनियरिंग करके अपने नए ड्रोन लुकास (LUCAS) का युद्धपोत से सफल परीक्षण किया है।
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