6 नवंबर 2025 - 13:39
सूडान में दुनिया का सबसे भयावह मानवीय संकट 

अब तक सूडान में हजारों नागरिकों की हत्या हो चुकी है, जबकि 1.2 करोड़ से अधिक लोग अपने घर छोड़ने पर मजबूर हो गए हैं। इनमें महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की बड़ी संख्या शामिल है, जो बेहद कठिन परिस्थितियों में जीवन बिता रहे हैं।

एमेनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा है कि सूडान अब दुनिया का सबसे भयानक मानवीय संकट बन चुका है। संगठन के अनुसार, देश में जारी गृहयुद्ध ने लाखों लोगों को बेघर कर दिया है और हजारों नागरिक मारे जा चुके हैं।

 मानवाधिकार संगठन एमेनेस्टी इंटरनेशनल ने अपने बयान में कहा कि सूडान की स्थिति इतनी भयावह है कि उसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है। इस संगठन ने चेतावनी दी कि यह गृहयुद्ध अब एक भयंकर मानवीय त्रासदी का रूप ले चुका है।

बयान के अनुसार, अब तक सूडान में हजारों नागरिकों की हत्या हो चुकी है, जबकि 1.2 करोड़ से अधिक लोग अपने घर छोड़ने पर मजबूर हो गए हैं। इनमें महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की बड़ी संख्या शामिल है, जो बेहद कठिन परिस्थितियों में जीवन बिता रहे हैं।

एमेनेस्टी इंटरनेशनल ने कह कि सूडान में 1.4 करोड़ से अधिक बच्चों को जीवित रहने के लिए तत्काल मानवीय सहायता की ज़रूरत है। भोजन, पानी, दवाइयों और आश्रय की भारी कमी ने बच्चों की ज़िंदगियों को गंभीर खतरे में डाल दिया है।

संगठन ने “रैपिड सपोर्ट फोर्सेस” (RSF) की बर्बरता को उजागर करते हुए कहा कि वह सूडान के कई इलाकों में घर-घर जाकर हत्याएं, यौन हिंसा और अन्य अत्याचार कर रहे हैं। एमेनेस्टी इंटरनेशनल ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वह इस संकट को समाप्त करने के लिए तुरंत और प्रभावी कदम उठाए।

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