23 जून 2025 - 17:31
जिहाद और जन्नत का दरवाज़ा

जन्नत के दरवाजों में से एक है जिसे अल्लाह तआला अपने खास वलियों के लिए खोलता है। 

:قال امیر المومنین علی علیہ السلام

إنَّ الجِهادَ بابٌ مِن أبوابِ الجَنَّةِ فَتَحَهُ اللّهُ لِخاصَّةِ أوليائِهِ

الغارات، ج‏ ۲، ص ۴۷۴

अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली अ.स.:

बेशक जिहाद जन्नत के दरवाजों में से एक है जिसे अल्लाह तआला अपने खास वलियों के लिए खोलता है। 

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