:امام صادق علیه السلام
اِنَّ صِلَةَ الرَّحِمِ تُهَوِّنُ الْحِسابَ يَوْمَ الْقِيامَةِ؛
[بحارالانوار: ج74، ص102]
इमाम जाफ़र सादिक़ अ.स:
रिश्तेदारों के साथ सिलए रहमी और उनके घर आना जाना क़यामत के दिन के हिसाब को आसान कर देता है।
रिश्तेदारों के साथ सिलए रहमी और उनके घर आना जाना क़यामत के दिन
:امام صادق علیه السلام
اِنَّ صِلَةَ الرَّحِمِ تُهَوِّنُ الْحِسابَ يَوْمَ الْقِيامَةِ؛
[بحارالانوار: ج74، ص102]
इमाम जाफ़र सादिक़ अ.स:
रिश्तेदारों के साथ सिलए रहमी और उनके घर आना जाना क़यामत के दिन के हिसाब को आसान कर देता है।
आपकी टिप्पणी