रूस के खिलाफ नाटो और पश्चिमी जगत के सहयोग से किये यूक्रेन के स्पाइडर वेब नमक हमले पर अरब भाषी प्रसिद्ध अख़बार रायुल यौम ने एक लेख प्रकाशित करते हुए यूक्रेन के बयान पर सवाल उठाए हैं।
अरबी के लोकप्रिय अख़बार रायुल यौम ने "स्पाइडर वेब" ऑपरेशन के बारे में यूक्रेन के बयान पर संदेह जताया है।
इस लेख में कहा गया है कि दर्जनों माइक्रो-ड्रोन का उपयोग करके पाँच रूसी हवाई ठिकानों पर एक रणनीतिक हमला किया गया था, लेकिन ऑपरेशन का डिज़ाइन और इसे अंजाम देना यूक्रेन की क्षमताओं से परे प्रतीत होता है।
रायुल यौम ने कहा कि रूस के खिलाफ किये गए इस ऑपरेशन और ईरान की इस्फ़हान परमाणु सुविधाओं पर ज़ायोनी सरकार द्वारा किए गए असफल हमले के बीच आश्चर्यजनक समानताएँ हैं।
दूसरी ओर, सैन्य विशेषज्ञों का भी मानना है कि इस तरह के जटिल हमले के डिज़ाइन में मोसाद की भागीदारी के संकेत मिलते हैं और ज़ायोनी अधिकारियों की असामान्य चुप्पी भी इन अटकलों को हवा दे रही है।
रायुल यौम ने लिखा कि यूक्रेन ने हमले की ज़िम्मेदारी स्वीकार कर ली है, लेकिन उसके पास इस तरह के जटिल ऑपरेशन को अंजाम देने की क्षमता नहीं है। लेख में कहा गया है कि अगर इस छद्म युद्ध का दायरा बढ़ता है, तो युद्ध में नए खिलाड़ियों के शामिल होने की प्रबल संभावना है।
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