रूस यूक्रेन युद्ध की आग में जमकर बारूद झोंक रहे नाटो ने पुतिन को एक और झटका देते हुए जेलेंस्की को नाटो की सबसे अहम मीटिंग में आने का न्यौता दिया है। एक तरफ यूक्रेन ने एक बार फिर रूस पर 100 से ज्यादा ड्रोन दागे, वहीं दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की को नाटो की सबसे अहम समिट में औपचारिक न्योता मिला है। हालांकि ये न्योता जितना सीधा दिखता है, इसके पीछे की राजनीति उतनी ही पेचीदा है और रूस के राष्ट्रपति पुतिन के लिए चुभने वाली भी।
ज़ेलेंस्की को नाटो की सबसे अहम बैठक लीडर्स समिट में शामिल होने का औपचारिक न्यौता मिल गया है। ये समिट 24-25 जून को नीदरलैंड्स के हेग शहर में होने जा रही है।
ज़ेलेंस्की ने इस न्योते का ऐलान लिथुआनिया की राजधानी विलनियस में एक नाटो कार्यक्रम के दौरान किया। यहां उन्होंने बताया कि नाटो के सेक्रेटरी जनरल मार्क रुट्टे ने उन्हें व्यक्तिगत तौर पर बुलाया है।
लेकिन दूसरी तरफ अमेरिकी मीडिया में दावा किया जा रहा है कि अमेरिका खुद इस बुलावे से थोड़ा परेशान है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका को डर है कि जेलेंस्की की मौजूदगी से मीटिंग का माहौल बिगड़ सकता है।
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