ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह सय्यद अली खामेनेई ने देश के गृहमंत्री और देश के अलग अलग प्रांतों के गवर्नरों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि राज्य के गवर्नरों और अन्य लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा यह है कि लोगों के बीच धैर्य रखें और लोग जो कहते हैं उनकी बात सुनें, भले ही वह सख्त और कठोर क्यों न हों।
आयतुल्लाह सय्यद अली खामेनेई ने शंघाई और ब्रिक्स जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों में ईरान की सदस्यता पर जोर देते हुए एक महत्वपूर्ण और सक्रिय भूमिका निभाने की ताकीद की।
इस्लामी नेता ने सेवा के प्रति जुनून और राज्य के विकास के लिए नेक रुझान रखने वाले राज्यपालों के चुनाव का आदेश देते हुए कहा कि यदि आप प्रांत के प्रति जुनून रखने वाले राज्यपाल का चुनाव करते हैं, तो निश्चित रूप से पूरे क्षेत्र में प्रगति और खुशहाली आएगी।
आयतुल्लाह सय्यद अली खामेनेई ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को जरूरी बताया और कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ युद्ध की पहली और सबसे जरूरी शर्त यह है कि शासक और उनके परिवार भ्रष्ट तत्वों से दूर रहें।
उन्होंने राज्यपालों को कानून का पालन करने, इलाही अहकाम का पालन करने, हराम से बचने, धार्मिक आदेशों का पालन करने और तस्करी के खिलाफ लड़ाई को गंभीरता से लेने की सलाह दी।
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