25 मई 2025 - 19:35
गज़्ज़ा की दलदल मे फंसे इस्राईल को तबाह कर देगी अंदरूनी कलह 

कुछ ज़ायोनी मंत्री गज़्ज़ा पट्टी में नरसंहार की आवश्यकता के बारे में इस तरह बात करते हैं जैसे उन्हें पता ही नहीं कि दुनिया में क्या हो रहा है, और ब्रिटेन, कनाडा और फ्रांस जैसे देशों ने तल अवीव को धमकी दी है।

गज़्ज़ा मे जंसनहार कर रहे ज़ायोनी शासन मे फैली अंदरूनी कलह के बार मे रिपोर्ट देते हुए हिब्रू अखबार यरूशलम पोस्ट ने स्वीकार किया है कि ज़ायोनी सरकार न केवल गज़्ज़ा के दलदल में फंसी हुई है, बल्कि आंतरिक संकट से भी घिरी हुई है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि ज़ायोनी सरकार एक ना खत्म होने वाले आंतरिक संकट का शिकार हो गई है। वामपंथी और दक्षिणपंथी समूहों के बीच मौजूदा तनाव से संकेत मिलता है कि मक़बूज़ा फिलिस्तीन की सामाजिक संरचना गंभीर संकट में पड़ गई है।

रिपोर्ट में जोर देते हुए कहा गया है कि इस संकट के परिणाम सम्पूर्ण अधिकृत क्षेत्र पर पड़ेंगे। ज़ायोनी सेना द्वारा बच्चों को निशाना बनाए जाने के बारे में याइर गुलेन के शब्द तथा गज़्ज़ा पट्टी में युद्ध अपराधों के बारे में ओल्मर्ट की टिप्पणियां, उपरोक्त संकट की गहराई को बयान करती हैं।

अखबार ने आगे लिखा है कि कुछ ज़ायोनी मंत्री गज़्ज़ा पट्टी में नरसंहार की आवश्यकता के बारे में इस तरह बात करते हैं जैसे उन्हें पता ही नहीं कि दुनिया में क्या हो रहा है, और ब्रिटेन, कनाडा और फ्रांस जैसे देशों ने तल अवीव को धमकी दी है।

क्या वे यह नहीं देखते कि तल अवीव और वाशिंगटन के बीच संबंध कितने तनावपूर्ण हो गये हैं? हालाँकि, नेतन्याहू इन आक्रामक शब्दों को नजरअंदाज करते हैं और केवल ओल्मर्ट के शब्दों की आलोचना करते हैं।

ज़ायोनी शासन के पास आज कोई शासक नहीं है, कल के लिए कोई स्पष्ट योजना नहीं है, जबकि आंतरिक अराजकता जोर पकड़ रही है।

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