24 मई 2025 - 14:15
इस्राईल की सेना और सरकार में टकराव, सेना प्रमुख के निशाने पर नेतन्याहू 

नेतन्याहू ने मेजर जनरल डेविड जिनी की नियुक्ति सेना को बिना सूचना दिए की, जिससे सेना पूरी तरह से नाराज है। वहीं, हाई कोर्ट और अटॉर्नी जनरल ने भी इस पर आपत्ति जताई है। 

ग़ज़्ज़ा में लगभग दो साल से जनसंहार कर रहे ज़ायोनी शासन में इस समय कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। शिन बेट प्रमुख की नियुक्ति को लेकर ज़ायोनी प्रधानमंत्री नेतन्याहू और सेना प्रमुख एयाल जमीर आमने-सामने हैं। नेतन्याहू ने मेजर जनरल डेविड जिनी की नियुक्ति सेना को बिना सूचना दिए की, जिससे सेना पूरी तरह से नाराज है। वहीं, हाई कोर्ट और अटॉर्नी जनरल ने भी इस पर आपत्ति जताई है। 

शिन बेट प्रमुख के पद पर नियुक्ति को लेकर प्रधानमंत्री नेतन्याहू और आईडीएफ प्रमुख आमने-सामने आ गए हैं। बात सिर्फ एक नियुक्ति की नहीं है, यह टकराव देश के लोकतंत्र, सैन्य अनुशासन और सत्ता के दायरे की नई व्याख्या कर रहा है। सेना ने इसे राजनीतिक दखल बताया है, तो नेतन्याहू इसे राष्ट्रीय सुरक्षा का फैसला बताया है। सेना ने इस नियुक्ति को संस्थागत अपमान करार दिया है।  ज़ायोनी सेना के बयान में कहा गया कि कोई भी सैन्य अधिकारी यदि राजनीतिक नेतृत्व से सीधे संवाद करता है, तो उसे सेना प्रमुख की अनुमति लेनी होगी। जिनी को जल्द ही सेवा से विदा करने की बात सामने आई, जिसे बाद में ‘वॉलेंट्री रिटायरमेंट’ बताया गया। 

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