इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाह सय्यद अली ख़ामेनेई ने 21 मार्च 2025 को तेहरान के इमाम खुमैनी इमाम बारगाह में नौरोज़ के अवसर पर ख़ास खिताब किया ।
सरकारी अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ईरानी राष्ट्र नौरोज़ को एक आध्यात्मिक और रूहानी ईद मानता है।
उन्होंने कहा कि हक़ और सत्य के लिए संघर्ष करने में कभी-कभी बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है। हमें पिछले वर्ष की दुर्घटनाओं को इसी नजरिए से देखना चाहिए। सत्य और असत्य के बीच इस लड़ाई में सत्य की हमेशा जीत होती है, लेकिन सत्य को रास्ते में कुछ बलिदान भी देने पड़ते हैं।
सुप्रीम लीडर ने कहा कि पिछले वर्ष कई महान हस्तियां हमें छोड़कर चली गईं, जो हमारे लिए बहुत बड़ी त्रासदी थी। हालांकि, उन्होंने आश्वासन दिया कि हमें इसमें संदेह नहीं होना चाहिए कि अंततः प्रतिरोध के कारण भ्रष्ट, दुष्ट और विकृत ज़ायोनी शासन को पराजित किया जाएगा और उसे उखाड़ फेंका जाएगा।
इस्लामी क्रान्ति के सुप्रीम लीडर ने कहा, कि अमेरिका याद रखे वह ईरान को धमकियाँ देकर कुछ हासिल नहीं कर सकता। अमेरिकी और उनके अलावा अन्य दुश्मन भी जान लें कि अगर वह ईरान के विरुद्ध कोई गलती करते हैं तो उन्हें कड़ा जवाब दिया जाएगा।
आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने कहा कि हमने कभी कोई संघर्ष शुरू नहीं किया है, लेकिन अगर दुश्मन कोई गलती करता है और युद्ध छिड़ जाता है, तो दुश्मन को मुंह की खाना पड़ेगी।
आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने कहा कि अमेरिकी और यूरोपीय राजनेता बड़ी गलती करते हैं और क्षेत्र में प्रतिरोध केंद्रों को ईरान के प्रतिनिधि बताते हैं।
प्रॉक्सी का क्या अर्थ है? यमनी राष्ट्र में एक भावना है, और क्षेत्र के प्रतिरोध केंद्रों में भी अत्याचार और ज़ायोनिज़्म के विरुद्ध प्रतिरोध की भावना है। ईरान को किसी प्रॉक्सी की जरूरत नहीं है। हमारा और उनका मत भी सबको मालूम है।
आपकी टिप्पणी