:قال امیرالمؤمنين عليه السلام
کُلَّ یَومٍ لَا یُعصَیَ اللهُ تَعالَی فِیهِ فَهُوَ یَومُ عِیدٍ
نہج البلاغہ، حکمت نمبر 428
अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली अ.स.
हर वह दिन कि जिस में अल्लाह की मासियत, गुनाह और न फरमानी ना हो वह दिन ईद का है।
वह दिन कि जिस में अल्लाह की मासियत, गुनाह और न फरमानी ना हो वह दिन ....
:قال امیرالمؤمنين عليه السلام
کُلَّ یَومٍ لَا یُعصَیَ اللهُ تَعالَی فِیهِ فَهُوَ یَومُ عِیدٍ
نہج البلاغہ، حکمت نمبر 428
अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली अ.स.
हर वह दिन कि जिस में अल्लाह की मासियत, गुनाह और न फरमानी ना हो वह दिन ईद का है।
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