सीरिया में एक बार फिर ISIS और दाइश के जनसंहार के दिन याद आ गए है। 2011 के बाद शुरू हुए सीरिया संकट में इतना खून खराबा कभी नहीं हुआ जितना जौलानी के आतंकियों ने कुछ दिन में ही कर दिखाया। सीरिया में सत्ता पर क़ब्ज़ा जमान वाले आतंकी समूहों के गठबंधन की ओर से फैलाई जा रही हिंसा ने भयानक रूप ले लिया है, जिसमें 1000 से अधिक लोग मारे गए। नई सरकार के आतंकी अलवी और शिया समुदाय को निशाना बना रहे हैं।
एसोसिएटेड प्रेस (AP) की रिपोर्ट के मुताबिक अलवी समुदय के गांवों और कस्बों में घुसकर खूनखराबा किया जा रहा है। इन गांवों के निवासियों ने बताया कि बंदूकधारियों ने पुरुषों को सड़कों पर या उनके घरों के गेट पर गोली मार दी। सीरिया के तटीय क्षेत्र के निवासियों ने बताया कि कई लोगों के घरों को लूटकर उनमें आग लगा दी गई। हजारों लोग अपनी जान बचाने के लिए पास के पहाड़ों में भाग गए। हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर बानियास के निवासियों ने बताया कि सड़कों पर शव बिखरे पड़े हैं। HTS के लड़ाकों ने मारे गए लोगों के शव उठाने से भी रोक दिया।
SOHR के प्रमुख रमी अब्दुरहमान ने कहा कि बदले की हत्याएं शनिवार सुबह थोड़ा रुक गईं। उन्होंने अलवी नागरिकों की हत्या को सीरियाई संघर्ष के दौरान सबसे बड़े नरसंहारों में से एक बताया। पहले इस समूह ने 600 से अधिक मौतों का आंकड़ा दिया था। अभी तक कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया गया है।
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