28 फ़रवरी 2025 - 14:40
गुनाह की महफ़िल और मोमिन

ऐसी जगह पर जा बैठे जहां पर गुनाह होता हो और वह उसे नेकी मे न बदल सकता हो ।

:قال الامام الصادق علیه السلام

لا یَنبَغی لِلمُؤمِنِ أن یَجلِسَ مَجلِسا یُعصَی اللّه فیهِ و لایَقدِرُ عَلی تَغییرِهِ

کافی: ج 2 ، ص 374

इमाम  जाफ़र सादिक़ अस

मोमिन के लिए अच्छा नहीं है कि वह ऐसी जगह पर जा बैठे  जहां पर गुनाह होता हो और वह उसे नेकी मे न बदल सकता हो ।