27 मार्च 2024 - 23:57
सत्तरहवीं रमज़ान की दुआ

ऐ आलमीन के सीनों के अंदर की बातों के जानने वाले मोहम्मद (स.अ.) और उनकी आल (अ.स.) पर रहमत नाज़िल फ़रमा।


اَللّهُمَّ اهْدِنِی فِیهِ لِصَالِحِ الْأَعْمَالِ وَ اقْضِ لِی فِیهِ الْحَوَائِجَ وَ الْآمَالَ یا مَنْ لایحْتَاجُ إِلَی التَّفْسِیرِ وَ السُّؤَالِ یا عَالِماً بِمَا فِی صُدُورِ الْعَالَمِینَ صَلِّ عَلَی مُحَمَّدٍ وَ آلِهِ الطَّاهِرِینَ

ख़ुदाया आज के दिन मुझे नेक आमाल अंजाम देने की हिदायत कर और मेरी हाजतें और ज़रूरतें पूरी फ़रमा, ऐ वह कि मांगने वाले को जिसे अपनी ज़रूरतों को बताना नहीं पड़ता, ऐ आलमीन के सीनों के अंदर की बातों के जानने वाले मोहम्मद (स.अ.) और उनकी आल (अ.स.) पर रहमत नाज़िल फ़रमा।