अमरीका ने मानवता के विरुद्ध यह जघन्य अपराध करते हुए विभिन्न देशों के निर्दोष यात्रियों का ख़ून बहाया था।
फ़ार्स की खाड़ी के ऊपर उड़ान भर रही इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ़ ईरान एयरलाइंस की उड़ान संख्या 655 में 298 यात्री और विमान के कर्मचारी सवार थे, उसी वक़्त अमरीकी युद्धपोत ने इस विमान को निशाना बनाकर मिसाइल फ़ायर किया मानव इतिहास के पन्नों को निर्दोषों के ख़ून से रंगीन कर दिया।
यह यात्री विमान बंदर अब्बास से दुबई के लिए उड़ान भर रहा था, जिसे अमरीकी अपराधियों ने फ़ार्स खाड़ी के ऊपर मार गिराया।
इस अपराध के बाद, अमरीकी अधिकारियों ने निराधार दावे किए, जिससे लोग पहले से भी ज़्यादा आक्रोशित हो उठे।
ईरानी अधिकारी और पीड़ित परिजन हर साल 3 जुलाई को इस दुखद घटना की बरसी के अवसर पर शहीदों को याद करते हैं और फ़ार्स खाड़ी में घटनास्थल पर फूल चढ़ाते हैं।