यूट्यूब पर अपलोड की जाने वाली अपनी वीडियो में अब्दुर्रहमान अलसुहैमी ने कहा है कि 18 सदस्यों की समन्वय कमेटी बनी है जिनमें तीन राजकुमार शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह कमेटी न तो प्रदर्शनों की काल देगी न धरने करवाएगी और न ही नागरिक अवज्ञा का अभियान चलाएगा बल्कि उसका काम होगा दुनिया की सरकारों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से पत्राचार करना।
अब्दुर्रहमान अलसुहैमी ने बताया कि इस्लामी देशों और फ़ार्स खाड़ी के देशों के सांसदों, इसी तरह अमरीकी सांसदों और यूरोपीय संघ के सांसदों से संपर्क स्थापित किया जा चुका है।
सऊदी कार्यकर्ता का कहना है कि हम इस समय सऊदी राजकुमार अहमद बिन अब्दुल अज़ीज़ का समर्थन कर रहे हैं और चाहते हैं कि उनके नेतृत्व में सऊदी अरब संवैधानिक शाही व्यवस्था में बदल जाए जहां शक्तिशाली संस्थाओं का राज हो।
अब्दुर्रहमान अलसुहैमी ने कहा कि 17 इस्लामी देशों ने हमारे अभियान का समर्थन किया है लेकिन हम चाहते हैं कि ख़ुद सऊदी नरेश सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ पहल करें और अपने बेटे मुहम्मद बिन सलमान को सारे पदों से बर्खास्त करें।
सऊदी कार्यकर्ता अब्दुर्रहमान अलसुहैमी का कहना था कि सऊदी अरब के कुछ अधिकारियों ने क़तर में फ़ुटबाल विश्व कप प्रतियोगिता से पहले इस देश पर हमले की साज़िश तैयार की है ताकि वहां विश्व कप प्रतियोगिता न हो। क़तर में 2022 में होने वाले फ़ुटबाल विश्व कप से पहले सऊदी अरब क़तर पर हमला कर देना चाहता है।