आठ साल से अधिक समय से साम्राज्यवादी देशों के आदेश पर सऊदी अरब द्वारा यमन पर थोपे गए युद्ध के ख़त्म होने के संकेत मिल रहे हैं। सऊदी-ईरान समझौते के बाद क्षेत्र में तेजी से बदलते हालात के बीच यमनी प्रतिनिधिमंडल ने सऊदी अरब का दौरा किया और इस देश के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की।
सऊदी अरब के रक्षा मंत्री ने घोषणा की है कि उन्होंने रियाज़ में सनआ सरकार की वार्ताकार टीम से मुलाकात की और यमन में युद्ध समाप्त करने के समाधान पर चर्चा की।
सऊदी अरब के रक्षा मंत्री, प्रिंस खालिद बिन सलमान ने सोशल नेटवर्क "एक्स" पर एक पोस्ट के माध्यम से घोषणा की कि उन्होंने रियाज़ में सनआ सरकार की वार्ताकार टीम से मुलाकात की। वार्ता का नया दौर, जो पांच दिनों तक चला समाप्त हो गया है। यह वार्ता एक संभावित समझौते पर पहुंचने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी जो यमन में लगभग आठ साल से जारी युद्ध की समाप्ति का मार्ग प्रशस्त करेगी।
सऊदी अरब में यमनी मामलों के प्रभारी सऊदी युद्ध मंत्री ने उम्मीद जताई कि गंभीर वार्ता फलदायी होगी और यमनी पार्टियां एक साथ आएंगी और एकजुट होंगी। इस प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में, हमने यमन और यमन के मैत्रीपूर्ण और भाईचारे वाले लोगों के लिए सऊदी अरब साम्राज्य के समर्थन पर जोर दिया और यमनी पार्टियों को बातचीत की मेज पर बैठने और संयुक्त राष्ट्र की देखरेख में एक व्यापक और स्थिर राजनीतिक समाधान प्राप्त करने पर जोर दिया।
सऊदी अरब की आधिकारिक समाचार एजेंसी ने बताया कि इस बैठक में मोहम्मद अब्दुल सलाम के नेतृत्व में सनआ प्रतिनिधिमंडल के साथ "ओमानी प्रतिनिधि भी शामिल थे।
गौरतलब है कि सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की ओमान की अप्रत्याशित यात्रा के बाद अंसारुल्लाह का प्रतिनिधिमंडल पिछले हफ्ते रियाज़ पहुंचा था। 2014 में यमन में युद्ध शुरू होने के बाद से सनआ प्रतिनिधिमंडल की रियाज़ की यह पहली आधिकारिक यात्रा है।