कुराने मजीद जलाने की घटना को लेकर मुस्लिम दुनिया में हो रही आलोचनाओं के बीच स्वीडन ने अपनी अंतरराष्ट्रीय छवि को सुनियोजित तरीके से खराब करने का आरोप लगाया है.
स्वीडन का कहना है कि वो रूस समर्थित दुष्प्रचार अभियान का शिकार बन रहा है.
स्वीडन के नागरिक सुरक्षा मंत्री कार्ल-ऑस्कर बोहलिन ने कहा कि रूस समर्थित लोग यह दुष्प्रचार कर रहे हैं कि स्वीडन कुरान जलाने का समर्थन करता है. ऐसा करके वो स्वीडन की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं और उसके नाटो में शामिल होने की कोशिशों में अड़ंगा डाल रहे हैं.कुछ देशों में कुरान की बेअदबी को अपराध के तौर पर नहीं देखा जाता लेकिन रूस में यह दंडनीय अपराध है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
कुरान के अपमान की घटनाओं को लेकर मुस्लिम जगत में हो रही आचोलनाओं के बीच स्वीडन के मंत्री कार्ल-ऑस्कर बोहलिन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'स्वीडन रूस और उस के समर्थन से किए जा रहे दुष्प्रचार अभियान का शिकार है जिसका मकसद स्वीडन के हितों और स्वीडन के नागरिकों को नुकसान पहुंचाना है. हम देख सकते हैं कि कैसे रूस समर्थित लोग गलत बयानों को बढ़ावा दे रहे हैं कि स्वीडन पवित्र ग्रंथों के अपमान के पीछे है.
बता दें कि स्वीडन में कुरान जलाने की घटना पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सख्त आपत्ति जताई थी. पुतिन ने कहा था कि कुछ देशों में कुरान की बेअदबी को अपराध के तौर पर नहीं देखा जाता लेकिन रूस में यह दंडनीय अपराध है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा था, 'मुस्लिमों के लिए कुरान पवित्र है. हम जानते हैं कि दूसरे देशों में प्रदर्शनकारी अलग तरह से बर्ताव करते हैं. वे लोगों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान नहीं करते और कहते हैं कि किसी धर्म की मान्यताओं पर हमला करना अपराध नहीं है.'