19 मार्च 2025 - 15:27
ग़ज़्ज़ा से फिलिस्तीनियों को निकालने की तैयारी, इस्राईल को जौलानी का सहारा 

सीरिया में आतंकी गुट HTS सरकार अमेरिका समर्थित है इसलिए वहां ग़ज़्ज़ा के निवासियों को बसाने में ज्यादा मुश्किल नहीं होगी,

ट्रम्प के अमेरिकी सत्ता में वापस आते ही ग़ज़्ज़ा को खाली कराने कोई इस्राईल की मुहिम तेज़ हो गयी है। सीरिया, यमन और ग़ज़्ज़ा के साथ साथ अमेरिका इस्राईल ने एक साथ कई फ्रंट पर तबाही मचा रखी है। 

ग़ज़्ज़ा की आबादी का विस्थापन सीरिया में करने पर फाइनल मुहर लग गई है।  एक बड़े इलाके में ग़ज़्ज़ा के लोगों बसाकर सीरिया को रिफ्यूजी कैपिटल बनाने की तैयारी है क्योंकि पहले से ही सीरिया में 4 लाख फिलिस्तीनी शरणार्थी रह रहे हैं। 

ग़ज़्ज़ा पर हमले के बीच सीरिया में भी एयरस्ट्राइक की जा रही है। एक साथ ग़ज़्ज़ा और सीरिया पर बम बरसाए जा रहे हैं। दोनों जगहों पर ऑपरेशन चलाने के पीछे खास मकसद है। एक तरफ ग़ज़्ज़ा में हमास का खात्मा किया जा सके, दूसरी तरफ सीरिया में बहुत बड़े इलाके पर कब्जा किया जा सके। 

सीरिया में आतंकी गुट HTS सरकार अमेरिका समर्थित है इसलिए वहां ग़ज़्ज़ा के निवासियों को बसाने में ज्यादा मुश्किल नहीं होगी, जबकि इससे पहले अवैध राष्ट्र के प्रस्ताव को जॉर्डन और मिस्र जैसे अमेरिकी परस्त कई देशों यहाँ तक कि सूडान और सोमालिया ने भी ठुकरा दिया था। 

रिपोर्ट के अनुसार आधे सीरिया पर आतंकी संगठन HTS का कब्जा है, जबकि गोलनहाइट्स पर अपने क़ब्ज़े का विस्तार  कर रहा है।  उसने 60 किलोमीटर तक बफरजोन बना लिया है। इसके अलावा एसडीएफ यानी सीरिया डेमोक्रेटिक फोर्स ने भी अच्छे खासे इलाके पर कब्जा किया हुआ है, बाक़ी हिस्सों पर भी तुर्की और अमेरिका के घटक आतंकी गुटों का क़ब्ज़ा है।  इनमें से अमेरिका और इस्राईल के कब्जे वाले इलाकों में ग़ज़्ज़ा और वेस्टबैंक के लोगों का बसाया जा सकता है। इसके लिए मोसाद को मेपिंग का जिम्मा दिया गया है। ज़ायोनी लॉबी की योजना है कि ग़ज़्ज़ा से हमास का खात्मा कर दिया जाए तो फिर विस्थापन के एक्शन प्लान पर काम किया जाएगा। तब तक सीरिया से लेकर ग़ज़्ज़ा तक इसी तरह बम बरसाए जाते रहेंगे। 

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