विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनआनी ने कहा कि पवित्र कुरआन और इस्लामी मान्यताओं के अनादर को रोकने की ज़िम्मेदारी डेनमार्क सरकार की है और इस्लामी जगत को इस बात की अपेक्षा है कि डेनमार्क की सरकार इस संबंध ठोस कदम उठायेगी।
समाचार एजेन्सी फार्स प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार अभी गुरूवार को स्वीडन में एक इराकी शरणार्थी ने पिछले कुछ सप्ताहों के दौरान दूसरी बार पवित्र कुरआन का अनादर किया था और इसी बीच कल शुक्रवार को डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में भी एक अतिवादी गुट ने इराकी दूतावास के सामने पवित्र कुरआन और इराकी झंडे को जलाया।
विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने पवित्र कुरआन और आसमानी धर्मों की मान्यताओं के अनादर को रोकेने के लिए इस्लामी राष्ट्रों व सरकारों और इसी प्रकार दूसरे आसमानी धर्मों के मानने वालों की एकता पर बल दिया और कहा कि हमारा विश्वास है कि विश्व के स्वतंत्रता व न्याय प्रेमी लोग इस प्रकार की घृणित कार्यवाही के मुकाबले में खड़े हो जायेंगे और होशियारी, एकता और एकजुटता से मानवाधिकारों के वास्तविक हननकर्ताओं को अपमानित करेंगे।
इराक ने भी डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में इस देश के दूतावास के सामने पवित्र कुरआन और इस देश के राष्ट्रीय ध्वज के जलाये जाने की कड़ी भर्त्सना की है। MM
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