स्वीडन में प्रशासन की अनुमति के बाद एक बार फिर कुराने मजीद के खिलाफ की गई अपमानजनक हरकतों पर ईरान ने कड़ा रुख अपनाते हुए बड़ा कदम उठाया है।
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियाध ने स्वीडन से अपने डिप्लोमेटिक रिश्ते खत्म करने की घोषणा करते हुए कहा है कि तेहरान में स्वीडिश राजदूत को काम करने का अधिकार नहीं है, और ना ही तेहरान स्टॉकहोम में अपने राजदूत को तैनात करेगा।
विदेश मंत्री हुसैन मीर अब्दुल्लाहियान ने कहा कि राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी ने आदेश दिया है कि हम स्वीडन तक ईरान के इस निर्णय की खबर पहुंचा दें।
ईरानी विदेश मंत्री ने कहा कि स्वीडन में हो रही ऐसी अपमानजनक हरकतों पर इस्लामी देशों ने कड़ा रुख अपनाया है। हम लगातार विदेश मंत्रियों से बातचीत कर रहे हैं ताकि ऐसी अपमानजनक हरकतों के खिलाफ कोई सख्त कदम उठाया जा सके ।
वहीं ईरानी पार्लिमेंट के स्पीकर मोहम्मद बाक़िर कालिबाफ ने कहा है कि स्वीडिश सरकार इन हरकतों का विरोध करने के अपने दावे में ईमानदार नहीं है और उसने ऐसी कार्रवाइयों को रोकने के लिए कोई प्रभावी उपाय नहीं किए हैं।
स्वीडन को दुनिया भर के मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुँचाने और उनकी आस्था का अपमान करने की कीमत चुकानी पड़ेगी और स्वीडिश सरकार को इन अपमानों का जवाब देना होगा।