समाचार एजेन्सी फार्स की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर कोरिया ने अमेरिका पर जासूसी उड़ानों का आरोप लगाते हुए कहा है कि प्यूंगयांग संयंम से काम ले रहा है परंतु अमेरिका के जासूसी विमान को वह अपनी वायुसीमा में मार गिरायेगा।
समाचार एजेन्सी रोयटर्ज़ की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर कोरिया के विदेशमंत्रालय के एक प्रवक्ता ने एक विज्ञप्ति में एलान किया है कि अमेरिका की भड़काऊ सैनिक कार्यवाहियां कोरिया प्रायद्वीप को परमाणु युद्ध से निकट कर रही हैं।
उन्होंने इसी प्रकार अमेरिका के जासूसी व ड्रोनों विमानों की उड़ानों की ओर संकेत करते हुए कहा कि अमेरिका कोरिया प्रायद्वीप के निकट परमाणु पनडुब्बी भेजकर तनाव उत्पन्न कर रहा है। उन्होंने इस संबंध में कहा कि इस बात की कोई गैरेन्टी नहीं है कि अमेरिका के जासूसी विमानों को कोरिया प्रायद्वीप के पूर्वी जलक्षेत्रों में मार न गिराया जाये।
इसी प्रकार उन्होंने दक्षिण कोरिया की सीमा पर और समुद्र के तटीय क्षेत्रों में उत्तर कोरिया द्वारा अमेरिका के जासूसी विमानों को मार गिराये जाने की ओर संकेत किया। अमेरिकी विमान कोरिया प्रायद्वीप के निकट जो जासूसी उड़ानें करते हैं उस पर उत्तर कोरिया को आपत्ति है।
इसी बीच दक्षिण कोरिया ने दावा किया है कि उत्तर कोरिया सीमा उल्लंघन के बारे में जो दावा करता है वह सही नहीं है और अमेरिकी विमान कोरिया प्रायद्वीप में प्रचलित उड़ानें भरते हैं। इसी प्रकार दक्षिण कोरिया ने अमेरिका की जासूसी उड़ानों का औचित्य दर्शाते हुए कहा कि उत्तर कोरिया पर नज़र रखने के लिए सिओल और वाशिंग्टन निकट सैन्य सहकारिता करते हैं।
उत्तर कोरिया ने अमेरिकी गतिविधियों को भड़काऊ कार्यवाही बताते हुए कहा है कि कोरिया प्रायद्वीप में अगर कुछ होता है तो अमेरिका उसका ज़िम्मेदार होगा।
ज्ञात रहे कि क्रूज़ मीसाइलों से लैस अमेरिका की परमाणु पनडूब्बी ने पिछले महीने दक्षिण कोरिया में लंगर डाल दिया है और वर्ष 1981 के बाद से यह पहली बार है जब परमाणु हथियारों से लैस अमेरिकी पनडुब्बी दक्षिण कोरिया पहुंची है और उत्तर कोरिया ने अमेरिका के इस कदम की भर्त्सना की है। MM
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