इस रिपोर्ट को संयुक्त राज्य अमेरिका की खुफिया और गुप्त एजेंसियों की रिपोर्टों का निष्कर्ष और सार कहा जा सकता है।
अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसी की यह स्वीकारोक्ति ऐसे समय में आई है जब पश्चिमी और ज़ायोनी अधिकारी अभी भी ईरानोफ़ोबिया की अपनी असफल परियोजना को जारी रखने की कोशिश कर रहे हैं।
ईरान ने हमेशा घोषणा की है कि वह परमाणु बम बनाने की कोशिश नहीं कर रहा है और इस्लामी गणतंत्र ईरान की नीति में परमाणु बम का कोई स्थान नहीं है।