21 जून 2023 - 13:16
सुप्रीम लीडर ने शहीद मजीद कुर्बानखानी की बहन का निकाह पढ़ा।

सीरिया के खान तुमान इलाके में करीब आठ साल पहले शहीद हुए हज़रत ज़ैनब स. के रौज़े के रक्षक मजीद कुर्बानखानी की बहन का निकाह सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह सय्यद अली खामेनेई ने पढ़ा

रिपोर्ट के अनुसार सीरिया के खान तुमान इलाके में करीब आठ साल पहले शहीद हुए हज़रत ज़ैनब स. के रौज़े के रक्षक मजीद कुर्बानखानी की बहन का निकाह सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह सय्यद अली खामेनेई ने पढ़ा

मंगलवार 20 जून 2023 को हजरत अली की और हजरत फातिमा जहरा स. के अक़्द की तारीख़ के दिन, तेहरान में इमाम खुमैनी हाॅल में  शहीद मजीद कुर्बान खानी के परिवार के साथ हज़रत ज़ैनब स. के रौज़े के रक्षकों और कुछ अन्य शहीदों के परिवार विशेष अतिथि के रूप में पहुंचे थे। सब सुप्रीम लीडर के मेहमान थे।

इस बैठक में, शहीद के परिवार ने अनुरोध किया कि इस परिवार की बेटी ज़ैनब क़ुर्बानखानी की शादी सुप्रीम लीडर द्वारा पढ़ी जानी चाहिए, और आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने इमाम खुमैनी हाॅल में ज़ैनब क़ुर्बानखानी और एहसान अताई के निकाह के सीग़े जारी किए और दोनों की शादीशुदा जिंदगी की शुरुआत में कुछ सिफारिशें कीं मुहर की रक़म चौदह सिक्कों पर निर्धारित की गई थी।

निकाह पढ़ने के बाद सुप्रीम लीडर ने दुआ की कि उन दोनों का जीवन मधुर हो, प्रेम, पवित्रता और ईमानदारी हो ताकि जीवन मिठास से भर जाए।

निकाह के अनुबंध को पढ़ने के बाद, शहीद कुर्बानखानी के पिता ने आयतुल्लाह खामेनई से अनुरोध किया कि वह शहीद की माँ से कहें कि वह अब अपने शोक के कपड़े बदल लें। इस अनुरोध पर सुप्रीम लीडर ने शहीद की मां से काला कपड़ा बदलने को कहा। हमारे पास वास्तविकता को देखने की आंखें नहीं हैं, हमारे पास सीमित पहुंच वाली आंखें हैं, अन्यथा यदि हमारे पास सच्चाई देखने वाली आंखें होतीं, तो हम निश्चित रूप से इस दुनिया में शहीदों की स्थिति देख पाते और उनकी स्थिति से खुश होते , शोक नहीं मनाते।

हरम के रक्षक, मजीद कुर्बान खानी, 2015 में 25 साल की उम्र में सीरिया के खान तोमन क्षेत्र में शहीद हो गए थे और उनका अंतिम संस्कार तीन साल बाद देश वापस लाकर कर दिया गया था। वह दक्षिणी तेहरान के याफ्ताबाद इलाके का रहने वाला था। कर्बला के सफ़र और अहलेबैत की कृपा से उनमें एक आध्यात्मिक परिवर्तन हुआ और उन्होंने आख़िरकार शहादत का उच्च दर्जा हासिल किया।