20 मई 2023 - 14:57
कश्मीर में जी-20 की बैठक का चीन ने किया बायकाट, सऊदी अरब और तुर्किए भी शामिल नहीं होंगे

चीन का कहना है कि वह विवादित क्षेत्र कश्मीर में 22 मई को होने वाली जी-20 की बैठक में भाग नहीं लेगा।

चीन और पाकिस्तान दोनों ने ही भारत प्रशासित कश्मीर में जी-20 की बैठक के आयोजन के नई दिल्ली के फ़ैसले की निंदा की है, जिस पर भारत और पाकिस्तान दोनों अपना दावा करते रहे हैं। 

चीन ने शनिवार को जी-20 की इस बैठक में शामिल होने का एलान करते हुए कहा कि वह विवादित क्षेत्र में किसी भी प्रकार की जी-20 बैठक का पूरी तरह से विरोध करता है।

कश्मीर में जी-20 बैठक के विरोध में चीन और पाकिस्तान का दृष्टिकोण एक दूसरे से मिलता जुलता है। इस महीने की शुरुआत में चीन और पाकिस्तान दोनों ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए कश्मीर विवाद के समाधान का मुद्दा उठाया था।

वहीं भारत ने चीन के इस बयान पर आपत्ति जताई है। भारत ने पड़ोसी देश को जवाब देते हुए कहा है कि वह अपने क्षेत्र में इस तरह के आयोजनों के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र है।

इससे पहले मार्च में जब अरुणाचल प्रदेश में जी-20 की मीटिंग आयोजित हुई थी, तो तब भी चीन ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया था। पाकिस्तान ने चीन के इस बॉयकाट का समर्थन किया था।

एक तरफ जहां चीन ने इस बैठक का बायकाट किया है, वहीं तुर्किए और सऊदी अरब जैसे कुछ अुर्किए और सऊदी अरब जैसे  थाता जुलता हैावा करते रहे हैं। ए कहा ी संकट गे बढ़कर सीरियाई राष्ट्रपति असद का स्वागत किया और उनसे न्य देशों ने बैठक में शामिल होने के लिए रज़ामंदी नहीं दी है।

तुर्किए और सऊदी अरब भारत प्रशासित जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए भारत की आलोचना करते रहे हैं।

मोदी सरकार ने अगस्त 2019 में एकपक्षीय तौर पर संवैधानिक रूप से कश्मीर को प्राप्त विशेषाधिकार को समाप्त कर दिया था, जिसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी कड़ी आलोचना हुई थी। msm

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