AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : ابنا
मंगलवार

18 अप्रैल 2023

10:51:00 am
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सऊदी अरब ईरान के बाद अब अन्य मुस्लिम देशों से अपने रिश्ते सुधारने की कोिशश में।

फिलिस्तीन के सशस्त्र संगठन हमास और सऊदी अरब के बीच पिछले दसियों साल से चले आ रहे ठंडे रिश्तों में गरमाहट आने लगी है। ईरान और सऊदी अरब के रिश्तों में आए सुधार के बाद अब सऊदी अरब धीरे धीरे मुस्लिम दुनिया और खास कर अरब जगत से अपने रिश्ते सुधारने में लगा हुआ है।

फिलिस्तीन की आज़ादी के लिए इस्राईल को उसी के अंदाज़ में जवाब देने के लिए शोहरत रखने वाले फिलिस्तीन के सशस्त्र संगठन हमास और सऊदी अरब के बीच पिछले दसियों साल से चले आ रहे ठंडे रिश्तों में गरमाहट आने लगी है। ईरान और सऊदी अरब के रिश्तों में आए सुधार के बाद अब सऊदी अरब धीरे धीरे मुस्लिम दुनिया और खास कर अरब जगत से अपने रिश्ते सुधारने में लगा हुआ है। 

क़तर के एक चैनल ने खबर देते हुए कहा कि हमास की पोलिटिकल ब्यूरो के चीफ अपने कई साथियों के साथ आज सऊदी अरब पहुंचेंगे पिछले दसियों साल से सऊदी अरब और हमास के बीच चले आ रहे ठंडे रिश्तों में इस दौरे से अलग जान पड़ेगी। पिछले लगभग एक दशक में यह पहला मौक़ा है जब हमास का कोई डेलिगेशन सऊदी अरब की यात्रा करेगा। 

अल अरबी अल जदीद ने अपने खास सूत्रों के हवाले से खबर देते हुए दावा किया कि हमास का एक हाई लेवल डेलिगेशन उमराह अदा करने के लिए सऊदी अरब पहुंचेगा। 

क़तर के इस मशहूर समाचार पत्र ने दावा करते हुए कहा कि हमास की पोलिटिकल ब्यूरो के प्रमुख इस्माइल हनिया आज अपने कुछ खास साथियों के साथ उमराह करने सऊदी अरब पहुंचेंगे इस सफर में उनके साथ हमास के इंटरनेशनल रिलेशंस डिपार्टमेंट के प्रमुख मूसा अबू मरज़ूक़, क़ैदियों और पूर्व फौजियों के मामले देखने वाले ज़ाहिर जबबारीन, और हमास प्रमुख खालिद मशअल भी होंगे।

अल अरबी अल जदीद ने मूसा अबू मरज़ूक़ के उस बयान का भी ज़िक्र किया जिसमे उन्होंने कहा था कि हमास सऊदी अरब के साथ अपने मतभेद खत्म करने की दिशा में क़दम बढ़ा रहा है। और दोनों पक्षों के बीच जो भी मुद्दे थे वह अब ख़त्म हो रहे हैं। अबू मरज़ूक़ ने कहा था कि हमास सऊदी अरब के साथ बातचीत और रिश्तों को फिर से बहाल करने की प्रक्रिया का समर्थन करता है। 

ग़ौर तलब है कि अल अरबी अल जदीद के इस दावे पर अभी तक हमास की ओर से कोई बयान नहीं आया है। 2007 में सऊदी अरब और हमास के रिश्ते अपने सबसे बुरे दौर में पहुँच गए थे जब सऊदी अरब ने हमास को आतंकी संगठन बताते हुए हमास से जुड़े लोगों को जेलों मे भरना शुरू कर दिया था। 2015 में भी हमास के एक डेलिगेशन ने सऊदी अरब का सफर किया था लेकिन इस सफर को कोई भी नतीजा सामने नहीं आया था। 

सऊदी अरब ने ईरान से अपने रिश्ते सुधारने के बड़े क़दम के बाद अमेरिका की नाराज़गी को कोई भाव न देते हुए सीरिया से अपने 12 साल से खत्म रिश्तों को बहाल करते हुए सीरियन विदेश मंत्री की मेज़बानी की और अब हमास के साथ उसके रिश्ते पटरी पर पलट रहे हैं जिसने अमेरिका और ज़ायोनी लॉबी को नाराज़ कर दिया है। 

ईरान से रिश्तों को मज़बूत करते हुए सऊदी टेक्नीकल टिया ईरान का दौरा कर चुकी है वहीँ यमन के मोर्चे पर भी अंसारुल्लाह की बड़ी मांग मानते हुए सऊदी अरब क़ैदियों की अदला बदली पर मोहर लगा कर यमन के सैंकड़ों बंदियों को आज़ाद कर चुका है जिसे यमन संकट को खत्म करने की दिशा में एक बहुत ही प्रभावशाली क़दम माना जा रहा है।