16 फ़रवरी 2022 - 15:22
चुनावी खेल ने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की छवि को पहुंचाया नुक़सान, मुसलमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करे भारत: ओआईसी

इधर कुछ वर्षो में भारत में चाहे संसद का चुनाव हो या फिर विधान सभा का या इसी तरह कोई और चुनाव हो लगातार राजनेताओं द्वारा ऐसे ज़हरीले भाषण दिए जा रहे हैं कि जिससे इस देश की छवि को दिन-प्रतिदिन नुक़सान पहुंचता जा रहा है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक, इस समय पूरा भारत चुनाव के रंग में रंगा हुआ है। वहीं चुनाव हो और ध्रुवीकरण न हो तो यह हो ही नहीं सकता। इधर कुछ समय से भारत के दक्षिण राज्य कर्नाटक में हिजाब को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। यह विवाद इतना बढ़ गया है कि इसमें अमेरिका ने भी भारत को सलाह दे डाली, लेकिन अब इस विवाद में इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी की भी इंट्री हो गई है। इस्लामिक सहयोग संगठन ने हिजाब विवाद, धर्म संसद और मुस्लिम महिलाओं को ऑनलाइन निशाना बनाए जाने की ख़बरों को लेकर टिप्पणी की है। इस संगठन के महासचिव हुसैन इब्राहिम ताहिर ने संयुक्त राष्ट्र  से इन मामलों को लेकर ज़रूरी क़दम उठाने के लिए अपील की है।

ओआईसी महासचिव हुसैन इब्राहिम ताहिर

अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ओआईसी ने कहा, 'इस्लामिक सहयोग संगठन के महासचिव ने उत्तराखंड के हरिद्वार में 'हिंदुत्व' समर्थकों की ओर से मुसलमानों के नरसंहार के लिए आह्वान, सोशल मीडिया साइट्स पर मुस्लिम महिलाओं के उत्पीड़न की घटनाएं, साथ ही कर्नाटक में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगाने पर गहरी चिंता जताई है।'  ट्वीट में कहा गया, 'ओआईसी के महासचिव ने इस संबंध में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, ख़ासकर संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार परिषद से ज़रूरी क़दम उठाने का आह्वान किया है। ओआईसी एक बार फिर भारत से आग्रह करता है कि मुस्लिम समुदाय के जीने के अधिकार की रक्षा करते हुए इसके सदस्यों के हितों की रक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करे। साथ ही उनके ख़िलाफ़ हिंसा और नफ़रत जैसे अपराधों को भड़काने वालों और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाए।'