जर्मनी की राजधानी बर्लिन में फिलिस्तीन के समर्थन में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शन में भाग लेने वालों ने गज़्ज़ा पट्टी में ज़ायोनी शासन द्वारा किए जा रहे नरसंहार और जर्मन सरकार द्वारा इस्राईल को दिए जा रहे समर्थन की कड़ी निंदा की।
फिलिस्तीन के समर्थकों ने बड़ी संख्या में "क्रूज़बर्ग" इलाके के "ओरानियनप्लाट्ज़" चौक पर एकत्र होकर ज़ायोनी कब्जे के खिलाफ नारे लगाए और "न्यूकॉल्न" इलाके के टाउन हॉल की ओर मार्च किया।
प्रदर्शनकारियों ने जर्मन सरकार द्वारा इस्राईल को हथियारों की आपूर्ति और गज़्ज़ा में फिलिस्तीनियों के नरसंहार को जारी रखने के खिलाफ विरोध किया। उन्होंने युद्ध अपराधों के दोषियों पर मुकदमा चलाने की मांग की और "नरसंहार बंद करो", "इस्राईल एक आतंकवादी है" और "बच्चों को जीने का अधिकार है, लेकिन इस्राईल और जर्मनी इसे रोकते हैं" जैसे नारे लगाए।
प्रतिभागियों ने न केवल फिलिस्तीनी झंडे लहराए, बल्कि "मानव गरिमा अछूत है", "गज़्ज़ा अत्याचार के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रतिरोध का आखिरी गढ़ है", "जर्मनी, अपराध का साझेदार देश" और "फिलिस्तीनी कैदियों की स्वतंत्रता" जैसे नारे वाले प्लेकार्ड भी लेकर चले।
जर्मन पुलिस ने मार्च के दौरान सख्त सुरक्षा उपाय किए और कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। बता दें कि जर्मनी आतंकवादी ज़ायोनी शासन के सबसे बड़े समर्थकों में से है।
21 दिसंबर 2025 - 14:48
समाचार कोड: 1764414
प्रदर्शनकारियों ने जर्मन सरकार द्वारा इस्राईल को हथियारों की आपूर्ति और गज़्ज़ा में फिलिस्तीनियों के नरसंहार को जारी रखने के खिलाफ विरोध किया।
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