ईरानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार न्यायिक अधिकारियों ने घोषणा की है कि ज़ायोनी सरकार के लिए जासूसी के अपराध में सजायाफ्ता अकील किशावर्ज़ की मौत की सजा पर ईरान की सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी और सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद अमल कर दिया गया है।
मुकदमे की फाइल के अनुसार, किशावर्ज़ को इस्राईल के लिए जासूसी करने, तल अवीव सरकार के साथ खुफिया सहयोग बनाए रखने और ईरान के भीतर सैन्य व सुरक्षा स्थलों पर नज़र रखने और उनकी फिल्म बनाने का अपराधी पाया गया था।
न्यायिक दस्तावेज बताते हैं कि किशावर्ज़ ने साइबर स्पेस के माध्यम से ज़ायोनी खुफिया और सुरक्षा सेवाओं के साथ संपर्क स्थापित किया था। ज़ायोनी शासन के साथ अपने सहयोग की अवधि में उसने ज़ायोनी सेना और जासूसी एजेंसी मोसाद के साथ अलग-अलग संपर्क बनाए रखे।
20 दिसंबर 2025 - 13:06
समाचार कोड: 1763902
ईरान के न्यायिक अधिकारियों ने मक़बूज़ा फिलिस्तीन की ज़ायोनी सरकार के लिए जासूसी करने वाले अपराधी अकील किशावर्ज़ की मौत की सजा पर अमल करने की खबर दी है।
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