अमेरिका द्वारा भारतीय सामानों पर भारी टैक्स लगाए जाने के बाद भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और नए बाजार खोजने की कोशिश शुरू की। इसी कारण भारत ने मध्य पूर्व की ओर ध्यान देते हुए ओमान के साथ व्यापार और निवेश से जुड़ा समझौता किया।
इस समझौते का मकसद भारत और ओमान के बीच व्यापार बढ़ाना, निवेश को आसान बनाना, सामान और सेवाओं का आदान-प्रदान सरल करना और दोनों देशों के लिए एक मजबूत आर्थिक ढांचा तैयार करना है।
सूत्रों के अनुसार, इस समझौते से दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत होंगे और कई नए क्षेत्रों में मिलकर काम करने के मौके मिलेंगे।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओमान में कहा कि यह समझौता व्यापार को तेज़ी देगा, भारतीय निवेशकों का भरोसा बढ़ाएगा और कई नए अवसर पैदा करेगा। रॉयटर्स के मुताबिक, यह इस साल भारत का दूसरा बड़ा आर्थिक समझौता है। इससे पहले भारत ने ब्रिटेन के साथ भी एक व्यापार समझौता किया था। इन समझौतों का उद्देश्य भारतीय उत्पादों के लिए नए बाजार खोलना है।
गौरतलब है कि ट्रम्प ने अगस्त के अंत में भारतीय सामानों पर आयात शुल्क बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया था, जो दुनिया में सबसे ज्यादा दरों में से एक है। इसी वजह से भारत अब अपनी निर्यात नीति में बदलाव कर रहा है।
19 दिसंबर 2025 - 13:33
समाचार कोड: 1763574
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ नीति से बचने के लिए भारत ने ओमान के साथ एक आर्थिक समझौता किया है।
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