1 जुलाई 2025 - 21:17
आयतुल्लाह खामेनेई के समर्थन में आयतुल्लाह नूरी हम्दानी का ऐतेहासिक फ़त्वा

उस वक़्त कि जब इस्लाम, कुरआन और अहलेबैत अलैहिमुस्सलाम के तमाम दुश्मन मुत्तहिद हो चुके हैं। उन पर और मरजईयत पर किसी फर्द या हुकूमत की तरफ़ से कोई हमला या धमकी देना "हुक्म-ए-मुहारिब" के ज़ुमरे में आएगा

इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर हज़रत आयतुल्लाह ख़ामेनेई के खिलाफ ट्रम्प की बेहूदा बयानबाजी पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए आयतुल्लाहिल-उज़मा हुसैन नूरी हम्दानी ने तरीखी फ़त्वा देते हुए कहा कि आयतुल्लाह खामेनेई को धमकी देना और उनका अपमान करना मुहारिब के हुक्म में आता है।

आयतुल्लाह हमदानी का अहम फ़त्वा:

बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहिम अस्सलामु अलैकुम, शिया मरजईयत के मक़ाम और हज़रत आयतुल्लाह ख़ामेनेई  की तौहीन, दीन-ए-इस्लाम की तौहीन तसव्वुर की जाती है। आज रहबर-ए-मुअज़्ज़म पूरी ताक़त और जुरअत के साथ उम्मत-ए-इस्लाम की क़यादत कर रहे हैं और कोई शक नहीं कि उनकी हिफाज़त वाजिब है और उनसे जुड़ी चीज़ों को कमज़ोर करना हराम है। ख़ास तौर पर उस वक़्त कि जब इस्लाम, कुरआन और अहलेबैत अलैहिमुस्सलाम के तमाम दुश्मन मुत्तहिद हो चुके हैं। उन पर और मरजईयत पर किसी फर्द या हुकूमत की तरफ़ से कोई हमला या धमकी देना "हुक्म-ए-मुहारिब" के ज़ुमरे में आएगा और जो कोई इस जुर्म में मदद करे वो भी इसी हुक्म के तहत आएगा। इनशाअल्लाह ख़ुदावंद तआला हज़रत बक़िय्यतुल्लाह (अ) की मुक़द्दस ज़ात को हम सब से राज़ी फरमाए।

हुसैन नूरी हम्दानी

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