ईरान ने अपने परमाणु ठिकानों पर अमेरिका के हमलों का बदल लेने की बात दोहराते हुए कहा है कि अमेरिका के इस कदम ने ईरान के हाथ और खोल दिए हैं। अब तक इस्राईल अमेरिका के ही हथियार और समर्थन से लड़ रहा था। अमेरिका ने उसके परमाणु ठिकानों पर हमला करके उसकी सेना के टारगेट्स की सूची बढ़ा दी है।
ईरान ने अमेरिका के हमले के बाद इस्राईल के खिलाफ अपनी कार्रवाई और तेज़ कर दी है। हालांकि अभी तक धैर्य से चलते रहे ईरान ने अमेरिका पर भी अभी तक सीधे हमला या फिर हॉर्मुज जलडमरूमध्य से गुजरने वाले 20 प्रतिशत वैश्विक तेल आपूर्ति को रोकने जैसा कोई कदम नहीं उठाया है, लेकिन ईरान के पलटवार को लेकर अमेरिकी सत्ताधारियों में लगातार खौफ बना हुआ है और मिडिल ईस्ट देशों में अपने नागरिकों को अलर्ट कर दिया है।
ईरान की सैन्य छावनी खातेमुल-अंबिया मुख्यालय के प्रवक्ता इब्राहीम ज़ुल्फ़ेक़ारी ने एक वीडियो मैसेज में कहा, 'मिस्टर ट्रंप, द गैम्बलर... भले यह युद्ध तुमने शुरू किया हो, लेकिन इसे खत्म हम करेंगे।
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