:امام علی عليه السلام
قالَ عَجِبْتُ لِمَن يُنْشِدُ ضـالَّتَهُ وَ قَدْ اَضَلَّ نَفْسَهُ فَلا يَطْلُبُها؛
[ميزان الحكمه: ج 7، ص 141]
अमीरुल मोमेनीन हज़रत इमाम अली अ.स.
मुझे हैरत है उस इंसान पर जो अपनी गुमशुदा चीज़ के लिए तो कोशिश करता है लेकिन खुद को खो चुका है और अपनी तलाश की कोशिश भी नहीं करता।
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