गज़्ज़ा मे नरसंहार के साथ साथ ज़ायोनी सेना बड़े पैमाने पर बच्चों को मौत के घाट उतार रही है। ज़ायोनी शासन ने दो महीने से अधिक समय से गज़्ज़ा पट्टी की पूरी तरह घेराबंदी कर रखी है और वह फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार करते हुए उन्हे भूख से मारने पर तुली है । ज़ायोनी सेना की घेराबंदी के कारण महिलाओं और बच्चों सहित 2 मिलियन नागरिकों का जीवन खतरे में पड़ गया है।
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने एक बार फिर मानवीय सहायता को गज़्ज़ा पट्टी में प्रवेश की अनुमति देने का आह्वान किया।
यूनिसेफ ने सोशल नेटवर्क एक्स पर एक संदेश में कहा कि बच्चों के लिए जीवन रक्षक वस्तुएं ले जाने वाले सैकड़ों ट्रक गज़्ज़ा पट्टी में प्रवेश करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं लेकिन ज़ायोनी शासन इस सहायता को गज़्ज़ा में प्रवेश करने से रोक रहा है।
संदेश में कहा गया है कि गज़्ज़ा में बच्चे बीमार, प्यासे और भूखे हैं। युद्ध के कारण फिलिस्तीनी बच्चे अब तक के सबसे खराब मानवीय संकट का सामना कर रहे हैं।
इससे पहले, अन्य संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और मानवीय संगठनों ने गज़्ज़ा की घेराबंदी को समाप्त करने और नागरिकों को ज़ायोनी क्रूरता से बचाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय हस्तक्षेप का आह्वान किया था।
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