शुक्रवार की शाम अलजीरिया के राष्ट्रपति अब्दुल मजीद तबून से टेलीफ़ोनी वार्ता में राष्ट्रपति रईसी ने ईदुल अज़हा की मुबारकबाद पेश की और कहा कि क़ुरआन के अनादर और फ़िलिस्तीन पर ज़ायोनी शासन के ग़ैर क़ानूनी क़ब्ज़े का सक्रिय रूप से विरोध करना मुसलमानों की ज़िम्मेदारी है।
ज्ञात रहे कि स्वेडन की राजधानी स्टाकहोम में क़ुरआन के अनादर की घटना का इस्लामी दुनिया के स्तर पर भी और विश्व स्तर पर भी विरोध किया जा रहा है।
टेलीफ़ोनी वार्ता में राष्ट्रपति रईसी ने ईरान और अलजीरिया के पारस्परिक संबंधों के विस्तार पर ज़ोर दिया और कहा कि इस्लामी देशों के बीच सहयोग का दायरा बढ़ना चाहिए।
इस मौक़े पर अलजीरिया के राष्ट्रपति अब्दुल मजीद तबून ने कहा कि इस्लामी पहचान की भरपूर हिफ़ाज़त की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अलजीरिया को ईरान के साथ सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने में रूचि है।